रांची : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ विधायक चंपई सोरेन ने राज्य में झामुमो की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार पर गुरुवार को हमला बोला। उन्होंने सरकार पर कई मोर्चों पर नाकाम रहने का आरोप लगाया। झारखंड विधानसभा परिसर में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह सरकार खुद को यहां के (Champai Soren On Jharkhand Government) आदिवासियों मूल- वासियों की ‘अबुआ सरकार’ बताती है, लेकिन यह तो उनकी ही जमीन को लूटने का रास्ता खोल रही है।
इसे भी पढ़ें – बिरसा मुंडा के वशंज मंगल मुंडा का निधन, पीएम मोदी समेत तमाम नेताओं ने जताया शोक
चंपई सोरेन ने कहा कि हम तो समझते थे कि इस सरकार में राज्य में आदिवासियों की जमीन की सुरक्षा के लिए सीएनटी-एसपीटी (छोटानागपुर एवं संथाल परगना टेनेंसी) एक्ट सख्ती से लागू होगा। ऐसा होने से पता चलता कि कौन लोग बांग्लादेश से आकर यहां जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। वह तो नहीं हुआ, अब राज्यपाल के अभिभाषण में कहा गया है कि खास महल, गैरमजरूआ और गोचर
जमीन की भी बंदोबस्ती होगी।
इसे भी पढ़ें – मंईयां सम्मान योजना के तहत महिला लाभार्थियों को दिसंबर से 2,500 रुपये मिलेंगे : सोरेन
Champai Soren On Jharkhand Government – अगर जमीनों की इस तरह खुले तौर पर बंदोबस्ती हुई तो यहां की सामाजिक व्यवस्था और बिगड़ेगी। भाजपा ने 2017 में गैरमजरुआ जमीन की बंदोबस्ती और रसीद काटने पर रोक लगा दी थी। अब यह सरकार इसपर रोक हटाने जा रही है। इससे आदिवासियों की जमीन की लूट होगी और केवल नाम का अबुआ राज रहेगा।कोल्हान के जंगल-पहाड़ क्षेत्र में जनता बड़ी मुश्किल से जीवन जी रही है। वहां के ग्रामीण असामाजिक तत्वों के विरोध में एकजुट होकर लड़ रहे हैं। यह काम सरकार को करना चाहिए था। आज वहां के लोग जान हथेली पर लेकर ऐसे तत्वों का विरोध कर रहे हैं।